यह ब्लॉग खोजें

गुरुवार, 13 अगस्त 2020

वैशाली


26 जनवरी 2018 को भारत अपना 69 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। गणतंत्र दिवस का यह त्यौहार 25 जनवरी की शाम राष्ट्रपति का देश के नाम संबोधन से शुरु होकर 26 जनवरी को राजपथ की परेड से होता हुआ 28 जनवरी की शाम विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट के माध्यम से खत्म होता है। गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय दिवस है जिसे हम बड़ी धूमधाम से मनाते है। यह गणतंत्र दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम भारत गणराज्य के नागरिक है।

किसी भी राष्ट्र की शासन एवं प्रशासन व्यवस्था चलाने के लिए उस राष्ट्र को एक पद्धति अपनानी पड़ती है। जो पद्धति हिटलर ने जर्मनी में अपनाई थी वो है तानाशाही। ऐसी राज्य व्यवस्था जहां केवल एक ही व्यक्ति की सत्ता कायम रहे उसे सर्वसत्तावाद (Totalitarianism) कहते है जिसमें हमें जोसेफ स्टालिन, हिटलर, मुसोलिनी जैसे शासक ध्यान में आते हैं। संघीय व्यवस्था(federalism) जिसमें राज्यों से मिलकर संघ या देश का निर्माण होता है जैसे संयुक्त राष्ट्र अमेरिका(USA)। जहां किसी देश में वहां के नागरिकों द्वारा देश की सरकार चुनी जाती है तो उसे लोकतंत्र (democracy) कहते है जैसे भारत। कई ऐसे देश भी है जहां लोकतंत्र तो है परंतु गणतंत्र नहीं है अर्थात् देश का आम नागरिक चुनाव के माध्यम से देश की सर्वोच्च पद को प्राप्त नहीं करता है। जैसे इंग्लैण्ड , यहां सर्वोच्च पद पर राजशाही परिवार का कोई व्यक्ति होता है। कई ऐसे देश भी है जहां एक ही परिवार के सदस्य मिलकर देश की शासन व्यवस्था को संभालते है इसे राजतंत्र (monarchy) कहते है। यह राजतंत्र व्यवस्था सउदी अरेबिया,कुवैत,ब्रुनई,कतर आदि देश है।

लोकतंत्र(democracy) एक ऐसा तंत्र है जिसमें देश के नागरिक देश की सरकार को चुनते है। लोकतंत्र एक प्राचीन व्यवस्था से आया है राजतंत्र जिसकी प्राथमिक सीढ़ी थी। लोकतंत्र कई प्रकार से होता है दो पार्टी या मल्टीपार्टी सिस्टम। केन्द्र सरकार का अलग चुनाव और राज्य सरकार का अलग चुनाव। कई ऐसे भी देश होते है जहां एक पार्टी पद्धति(single party system) है, जैसे चीन। भारत एक लोकतांत्रिक गणराज्य (democratic republic) है। भारत के अलावा अमेरिका आदि देश है। 26 जनवरी 1950 को भारत को गणराज्य के रुप में स्वीकारा गया। लेकिन आज से लगभग 3500 वर्ष पूर्व जब महाजनपद व्यवस्था थी। तब वज्जि महाजनपद में गणशासन व्यवस्था थी।

सोलह महाजनपद के समय वज्जि एक शक्तिशाली महाजनपद था। यह आज के समय में देखा जाए तो बिहार का हाजीपुर, वैशाली जिले आदि वाला भाग है। वैशाली को दुनिया का सबसे पुराना गणराज्य कहा जाता है। यहां जो राजा चुना जाता था उसे जनता में से ही चुना जाता था। वैशाली नगर वासियों का एक अहम योगदान था सरकार चुनने में। वैशाली , वज्जि महाजनपद की राजधानी थी। यह मात्र राजधानी ही नहीं बल्कि सत्ता का केन्द्र बिंदु था। ज्ञात स्त्रोतों के अनुसार वैशाली में लगभग 7707 सांसद चुने जाते थे जो कि अपना मुख्य सर्वेसर्वा चुनते थे। दुनिया का सबसे पुराना गणराज्य यदि भारत को कहा जाए तो इसमें कोई बहस नहीं होना चाहिए।

                          ।।जय हिंद।।

📃BY_vinaykushwaha


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें