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गुरुवार, 13 अगस्त 2020

प्रेस दिवस



    खींचो न कमानों को, न तलवार निकालो। 
    जब तोप मुकाबिल हो, तो अखबार निकालो।।

आज हम ऐसे युग में है जहां सूचना का खुला प्रवाह हो रही है। आज प्रेस का मतलब केवल समाचार पत्र तक सीमित नहीं रह गया है। सूचना प्रौधोगिकी के इस युग में सूचना का संचार बहुत तेज गति से और विभिन्न रास्तों को तय करते हुए लोगों के बीच पहुंच रहा है। आज प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक के अलावा वेब मीडिया भी आ चुका है जो आज के लोगों का हथियार बन चुका है। इस प्रेस नामक हथियार का प्रयोग लोग अपने अधिकारों की रक्षा के लिए बड़ी सजगता से कर रहे हैं।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व प्रेस दिवस 3 मई को मनाया जाता है जबकि यह भारत में 16 नंवबर को मनाया जाता है। 16 नंवबर को प्रेस दिवस मनाने के पीछे एक कारण है वह यह कि इसी दिन प्रेस कांसिल ऑफ इंडिया ने कार्य करना शुरु किया था। प्रेस कांसिल ऑफ इंडिया के स्थापना के पीछे प्रेस को स्वतंत्रता प्रदान करना था जिससे प्रेस स्वछंदता से कार्य कर सके।

आज हमारा समाज बहुत आगे निकल चुका है जिसने कई तरह की उपलब्धियों को हासिल कर लिया है। प्रेस की कल्पना अब केवल समाचार पत्र के माध्यम से नहीं की जा सकती है। समाचार पत्रों का स्वरूप भी बदल चुका है समाचार पत्र ई-पेपर के रूप में पाठक समक्ष मौजूद है। जिसे जब चाहे , जहां चाहे पढ़ा जा सकता है। भले ही आज न्यूज पेपर की सर्वाधिक ग्रोथ भारत में हो परंतु आज हम इलेक्ट्रॉनिक और वेब माध्यम को झुठला नहीं सकते है।

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को समाचार पत्र के विकल्प के रूप में देखा जा रहा था परंतु वेब मीडिया ने उसका वो स्थान छीन लिया है। कुछ समय के लिए इलेक्ट्रॉनिक राजा के सिंहासन पर बैठा था परंतु यह समय अत्यल्प था। वेब मीडिया आज का ही नहीं आने वाले कल का माध्यम भी है। वेब मीडिया पर आज वो सबकुछ मौजूद है जो इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में उपलब्ध नहीं है। वेब मीडिया आज ताज को पहने हुए है।

वेब मीडिया आज भी कई लोगों की पहुंच से बाहर है। वेब मीडिया समाज के लगभग हर वर्ग तक पहुंच चुका है परंतु कुछ समस्याओं के चलते समानांतर मीडिया का विकल्प भी  आज खुला हुआ है। समानांतर मीडिया आज भले ही मुख्य धारा से अलग हो परंतु समाज में संचार करने के लिए उपयोगी है।

मीडिया या प्रेस का केवल तीन काम होता है to educate, to inform and to entertain । इन्हीं तीन कार्यों के इर्द-गिर्द सारा मीडिया कार्य करता है।

हमारे देश में प्रेस कांसिल ऑफ इंडिया एक स्वायत्त संस्था है जो कि प्रेस को दिग्भ्रमित होने से बचाने का कार्य करती है। नियम एवं कानून का सही तरीके से पालन करने के लिए प्रेस निर्देशित करती है। किसी भी प्रकार से पक्षपात रहित खबर बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करती है।

प्रेस दिवस मनाने के पीछे वास्तविकता से कहा जाए तो प्रेस की उपस्थिति समाज के लिए क्या है यह बताना है।

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